जयपुर, दिल्ली, बहरोड़, तिजारा मार्ग पर खेती की जमीन है। बिल्डरों ने बिना भू-रूपांतरण के ही यहां अवैध प्लॉटिंग शुरू कर दी। लगातार मामले सामने आने के बाद यूआईटी ने इनकी सूची बनाई। साथ ही इंजीनियरों की मौके पर टीम भेजकर जांच भी कराई।
यह प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई। इसी के साथ अब जाप्ता मांगा गया है। बताया जाता है कि 100 बीघा से ज्यादा एरिया में यह अवैध प्लॉटिंग की गई है। यदि नक्शा पास करवाते व भू-रूपांतरण होता तो यूआईटी के खाते में 50 करोड़ से ज्यादा रकम आती।
अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई के लिए पुलिस जाप्ता मांगा गया है। जैसे ही मिल जाएगा, तो लगातार तीन दिन कार्रवाई करेंगे। यह बड़ी कार्रवाई होगी।
- अनिल शर्मा, तहसीलदार, यूआईटी