कठूमर के जिला परिषद सदस्य वार्ड नंबर 29 के उपचुनाव में भाजपा ने मुन्नी बाई पर दांव खेला, वहीं कांग्रेस ने चेतराम को मैदान में उतारा। 8 जून को मतदान प्रतिशत महज 24.58 प्रतिशत रहा। कांग्रेस उम्मीद कर रही थी कि कम मतदान प्रतिशत उनके हित में होता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मतगणना में परिणाम कांग्रेस की उम्मीद के विपरीत आया। मतगणना बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में सुबह 9 बजे से शुरू हुई। पहले राउंड में कांग्रेस के चेतराम ने 1060 वोट प्राप्त किए, वहीं भाजपा की मुन्नी बाई को 818 वोट मिले। चार राउंड तक कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी को आगे नहीं आने दिया, लेकिन पांचवें राउंड में मुन्नी बाई कांग्रेस प्रत्याशी चेतराम से 600 वोटों से आगे हो गईं। नौवें राउंड में भाजपा प्रत्याशी मुन्नी बाई को 6437 व कांग्रेस प्रत्याशी चेतराम को 5157 वोट मिले और भाजपा प्रत्याशी 1280 वोटों से विजयी घोषित कर दी गई। 104 मत नोटा में पड़े। यहां 13 ग्राम पंचायतों में कुल 11698 मत पड़े थे। दो ग्राम पंचायत को छोड़कर सभी 11 ग्राम पंचायतों से बीजेपी की मुन्नी देवी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के चेतराम जाटव से आगे रही। यहां तक की सांसद संजना जाटव के गांव समूची से भी बीजेपी को अधिक मत मिले। सांसद का जादू क्षेत्र सहित अपने गांव पर नहीं चल पाया। इस पर समर्थकों ने जश्न मनाया और मिठाई बांटी। गौरतलब है कि वार्ड 29 में पूर्व चुनाव के समय भाजपा से मुन्नी देवी को टिकट मिला था, लेकिन तब सिंबल समय पर जमा नहीं हुआ था। यदि सिंबल समय पर जमा होता तो परिणाम कुछ अलग भी हो सकते थे। इधर यह भी चर्चा रही कि सांसद से अपनी जाति के आठ सरपंचों को बजट नहीं मिलने से भी नाराज़गी कांग्रेस प्रत्याशी की हार का कारण रहा।
निर्दलीय प्रत्याशी ने भाजपा को दी पटखनी
इसी तरह पंचायत समिति मालाखेड़ा की सदस्य सीट संख्या 16 के लिए उप चुनाव हुए। मतगणना मालाखेड़ा में ही हुई। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी भोमराज को 1132 वोट मिले, वहीं भाजपा के भारत सिंह जाट को 522 वोट मिले। 10 वोट नोटा में गए। इस तरह निर्दलीय प्रत्याशी की जीत के बाद समर्थकों ने जश्न मनाया। भोमराज ने 610 मतों से जीत हासिल की। भाजपा की यहां हार से इलाके में चर्चाएं शुरू हो गईं। इतना छोटा चुनाव, फिर भी सीट पर जीत नहीं दर्ज कर पाए, जबकि जिला परिषद सदस्य से ज्यादा मतदान प्रतिशत इस सीट पर 45.73 फीसदी हुआ था।
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सभी ने मिलकर मेहनत की थी
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कांग्रेस नेताओं के बड़बोलेपन की पोल खोली जिला पार्षद सीट पर मुन्नी बाई की विजय ने प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के बड़बोलेपन की पोल खोलकर रखी दी है। प्रदेश की मुद्दाविहीन कांग्रेस आए दिन भाजपा के खिलाफ जहर उगलती है। 25 फीसदी से भी कम मतदान रह जाने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी की बड़ी जीत हुई है।
…………… पानी की समस्या से मिली हारचुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए। क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर पार्टी के प्रति लोगों में नाराजगी दिखाई दी थी। इसका नुकसान भाजपा प्रत्याशी को हुआ है। फिर भी क्षेत्र के लोगों ने काफी सहयोग मतदान में किया।
………….. यह हमारी पार्टी की रीति-नीति की जीत हैयह हमारी पार्टी की रीति-नीति की जीत है। जनता ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर विश्वास जताते हुए भाजपा के पक्ष में वोट किया है। इस कारण से सांसद के गांव से भी पार्टी आगे रही है। मैं व्यक्तिगत कारणों से पूरा समय नहीं दे पाया, अन्यथा जीत का अंतर अधिक होता।