साल 2023 में सुनील ने बीटेक में एडमिशन लिया था। अगले ही साल वह पढ़ाई छोड़कर असम चला गया। वहां 4 महीने मार्केटिंग कंपनी में काम करने के बाद करीब एक साल पहले ही वह अलवर आया था। यहां सॉफ्टवेयर इंजीरियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए उसने शहर के एक निजी इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया था।
मकान में 15 दिन पहले ही हुआ था शिफ्ट
जिस कमरे में सुनील ने आत्महत्या की, उस मकान में वह 15 दिन पहले ही शिफ्ट हुआ था। मृतक के रूममेट सत्येन्द्र ने बताया कि सुनील पहले उसके साथ पढ़ता था, इसलिए दोनों एक-दूसरे को जानते थे। कुछ समय पहले वह उसे नेहरू गार्डन में मिला था। इस दौरान उसने उसके लिए रूम देखने के लिए बोला था। सुनील उसके साथ ही रहने लगा। सतेन्द्र शनिवार को गांव गया था। सोमवार सुबह आया, तो सुनील का शव फंदे से लटका मिला।
शेयर मार्केट में हुआ था नुकसान
बताया जा रहा है कि करीब एक साल पहले सुनील ने शेयर मार्केट में रुपए लगाए थे। इसमें उसे नुकसान हुआ था। अभी वह डिप्लोमा के साथ एक मार्केटिंग कंपनी में काम कर रहा था। मृतक के पिता एमआईए में एक फैक्ट्री में काम करते हैं। बड़ा भाई किसी कंपनी में काम करता है।