सुदीप डीगवाल ने कहा कि कि पिछले एक साल से महाविद्यालय परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा खंडित है, लेकिन प्रशासन द्वारा इसे ठीक करने या नई प्रतिमा लगाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। सुबह जब विद्यार्थियों ने प्रतिमा की हालत देखी तो आक्रोश बढ़ गया और बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज परिसर में एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुदीप डीगवाल ने कहा कि अंबेडकर की टूटी प्रतिमा समाज और संविधान दोनों का अपमान है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द अष्टधातु की नई प्रतिमा स्थापित की जाए। गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कॉलेज परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा रातों-रात स्थापित की गई थी। उस समय भी विवाद हुआ था और सुदीप डीगवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब वही छात्र नेता फिर से आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं।