जिला पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश जाट ने रविवार को बताया कि पकड़े गए आरोपियों में एक योगेश मकवाणा (30) भावनगर शहर में आरटीओ रोड सरदार सोसाइटी-2 का रहने वाला है, जबकि पिन्टू कुमार पटेल (37) अहमदाबाद साबरमती गांधीनगर हाईवे पर वैभव कृपा सोसाइटी निवासी है। इन दोनों को साणंद-सरखेज हाईवे पर गीबपुरा के पास से एसओजी की टीम ने पकड़ा है। दोनों ही एम्बरग्रीस के खरीददार की फिराक में यहां घूम रहे थे। इसका पता लगने पर एसओजी की टीम ने डमी ग्राहकों को इनके पास भेजा और इन्हें धर दबोचा।
भावनगर का एक व्यक्ति फरार
इन दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर इनकी तलाशी ली गई तो इनके पास से दो किलो 976 ग्राम एम्बरग्रीस बरामद हुआ। इसकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपए है। दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। आरोपियों की पूछताछ करने पर इन्होंने बताया कि इन दोनों को यह एम्बरग्रीस भावनगर जिले की शिहोर तहसील के टाणा गांव निवासी भरत सरवैया नाम के व्यक्ति ने दी है। यह काफी कीमती है, जिससे इसके ग्राहकों की खोज में ये भावनगर से अहमदाबाद आए थे।
फोरेस्ट टीम को सौंपी, आरोपी भी सौंपे
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एम्बरग्रीस वन विभाग से जुड़ा मामला है। ऐसे में पुलिस ने सूचनार्थ दर्ज करते हुए साणंद फोरेस्ट के रेंज फोरेस्ट ऑफिसर और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया था। जांच में एम्बरग्रीस ही निकलने पर एम्बरग्रीस को फोरेस्ट डिपार्टमेंट को सौंप दिया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों की हिरासत भी फोरेस्ट डिपार्टमेंट को सौंपी है। अब आगे की कार्रवाई वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ही करेगी। व्हेल मछली वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्राणी है। उसका व उससे जुड़े किसी अंग, वस्तु का व्यापार, बिक्री संग्रह अपराध है। बताया जाता है कि एम्बरग्रीस का उपयोग परफ्यूम बनाने में किया जाता है।